पेट की बीमारियों में फ़ायदेमंद है पतंजलि की ये दवा, जानें कैसे करें इस्तेमाल

Divya Cologrit Tablet: पतंजलि की एक आयुर्वेदिक दवा है जो खासतौर पर पेट और आंतों से जुड़ी समस्याओं जैसे बार-बार दस्त, IBS (इरिटेबल बाउल सिंड्रोम), गैस और पाचन की कमजोरी में फायदेमंद मानी जाती है. इसमें बेल, अजवाइन, जीरा, गुलाब और कपूर जैसी प्राकृतिक चीज़ें होती है, जो आंतों को ठीक करने, सूजन कम करने और पाचन को बेहतर बनाने में मदद करती हैं. इसे खाने से पहले गुनगुने पानी के साथ दिन में दो बार लेने की सलाह दी जाती है. अगर कोई व्यक्ति लंबे समय से पेट की तकलीफों से परेशान है तो डॉक्टर की सलाह से इसका इस्तेमाल करके राहत पा सकता है.
पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे कि बार-बार दस्त होना, आंतों में सूजन, गैस या इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) आज के समय में बेहद आम हो गई हैं. इसके पीछे खराब लाइफस्टाइल, बाहर का खाना, स्ट्रेस और अनियमित दिनचर्या जैसी कई वजहें हो सकती हैं. ऐसे में आयुर्वेदिक इलाज की मदद लेना एक सुरक्षित और असरदार विकल्प हो सकता है. पतंजलि की Divya Cologrit Tablet ऐसी ही एक दवा है, जिसे खासतौर पर पेट और आंतों की सेहत को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है. ये आंतों को स्वस्थ रखने के साथ- साथ पाचन को भी अच्छा रखती है.
Divya Cologrit Tablet किन बीमारियों में है असरदार?
पतंजलि शोध संस्थान की रिसर्च में पता चला है किDivya Cologrit Tablet का सेवन खासतौर पर पेट और आंतों से जुड़ी कुछ खास बीमारियों में फायदेमंद माना जाता है. यह दवा स्प्रू (Sprue) जैसी पाचन से जुड़ी समस्या, आईबीएस (Irritable Bowel Syndrome) यानी आंतों की गड़बड़ी और पुराने दस्त (Chronic Diarrhoea) जैसी स्थितियों में राहत देती है. इसके अंदर मौजूद जड़ी-बूटियां आंतों की भीतरी परत को मजबूत बनाती हैं, जिससे सूजन और बार-बार होने वाले संक्रमण से बचाव होता है. लगातार पेट खराब रहने की परेशानी को यह दवा धीरे-धीरे नियंत्रित करने में मदद करती है.
दवा के मुख्य घटक (Main Ingredients)
Divya Cologrit Tablet में कई आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का मिश्रण है जो पेट को शांत करने और पाचन को सुधारने में मदद करते हैं. इसमें शामिल हैं:
Bilva (Wood Apple) दस्त और डाइजेस्टिव ट्रैक्ट की सूजन को कम करता है.
Kutaja (Kurchi) पुरानी डायरिया में असरदार.
Jiraka (Cumin) पाचन को बेहतर बनाता है.
Ajwain (Carrom Seeds) गैस और पेट दर्द से राहत देता है.
Mishreya (Fennel) पेट की जलन और भारीपन में फायदेमंद.
Gulab (Rose) ठंडक पहुंचाता है और सूजन कम करता है.
Karpura (Camphor) पेट की ऐंठन में राहत देता है.
कैसे करें इस्तेमाल?
डॉक्टर की सलाह के अनुसार, इस दवा की 1 या 2 कैप्सूल को दिन में दो बार गुनगुने पानी के साथ, खाने से पहले लेना चाहिए. मरीज की हालत और समस्या की गंभीरता के अनुसार इसकी मात्रा में बदलाव किया जा सकता है.
क्या कहता है आयुर्वेद?
आयुर्वेद के अनुसार, पेट की समस्याएं शरीर में अग्नि (पाचन शक्ति) के कमजोर होने का संकेत होती हैं. Divya Cologrit Tablet में शामिल जड़ी-बूटियां पाचन अग्नि को बढ़ाने, विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने और आंतों को शांत करने का काम करती हैं. इसका कोई गंभीर साइड इफेक्ट नहीं होता, लेकिन लंबे समय तक उपयोग से पहले डॉक्टर से सलाह ज़रूर लेनी चाहिए.
Divya Cologrit Tablet पेट और आंतों की पुरानी समस्याओं में एक नेचुरल और असरदार उपाय हो सकता है. अगर आप बार-बार पेट फूलने, दस्त या IBS जैसी समस्याओं से परेशान हैं, तो यह दवा आपके लिए मददगार हो सकती है. हालांकि, बेहतर होगा कि इसके सेवन से पहले किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर या विशेषज्ञ से सलाह ली जाए. बिना डॉक्टर की सलाह के इसको यूज न करें.