कोई सफाईकर्मी नहीं… फिर भी बना देश का सबसे साफ गांव, 22 साल से है टॉप पर

यही नहीं बुजुर्ग बच्चों को अपनी संस्कृति, भाषा, खासतौर पर साहित्य और परंपराओं से रूबरू कराते हैं. इस तरह बच्चों से बड़ों तक साफ-सफाई की सोच पीढ़ी-दर-पीढ़ी बढ़ती जा रही है. बुजुर्गों की कहानियां उनके दिलों-दिमाग पर असर करती हैं और उन्हें ये जिंदगीभर याद रहती हैं. (PC-Subhendu Sarkar/LightRocket via Getty Images)